भारत ने टेस्ट मैच के दूसरे दिन अपनी पहली पारी सात विकेट के नुकसान और 622 रनों पर घोषित कर दी. ऑस्ट्रेलिया के साथ जारी चौथे टेस्ट मैच में अपने करियर का दूसरा शतक जड़ने वाले भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत ने इस मैच में 159 रन की नाबाद पारी खेली. वह ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच में शतक लगाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपरबन गए हैं. वहीं, मैच में प्रदर्शन के अलावा पंत अपनी शरीरिक कलाबाजियों से भी खूब सुर्खियों में हैं.
दरअसल, दूसरे दिन जब रविंद्र जडेजा और ऋषभ पंत पिच पर बल्लेबाज कर रहे थे तभी ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान पंत मैदान पर पीठ के बल लेट गए. अचानक उन्होंने पैर ऊपर उठाए और ऊपर की ओर छलांग लगाते हुए एकदम खड़े हो गए. अब उनका कलाबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है. इस तरह के स्टंट के लिए भारी मात्रा में ऊर्जा और ताकत की जरूरत होती है, लेकिन पंत इसमें भी मजबूत निकले.
Not bad!#AUSvIND pic.twitter.com/QuyrfFcfpD
— cricket.com.au (@cricketcomau) January 4, 2019
चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल टीम ने इस GIF फाइल को शेयर करते हुए लिखा है, ‘इलास्टिक पैंट’ की याद दिलाता यह वीडियो.” INDvsAUS: ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलिया में शतक लगाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बने
‘नर्वस 90’ में घबराया हुआ था
पंत ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “ईमानदारी से कहूं तो 90 के स्कोर पर आकर मैं थोड़ा नर्वस था क्योंकि जब मैं भारत में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेल रहा था तो पिछली दो पारियों में 92-92 के स्कोर पर आउट हो गया था. मैं थोड़ा डरा हुआ था लेकिन मैं उससे जल्दी बाहर निकल गया.”
पंत ने नौ टेस्ट मैचों में अब तक 49.71 के औसत से रन बनाए हैं. इस सीरीज में उनके अब 350 रन हो गए हैं और वह सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में चेतेश्वर पुजारा (521) के बाद दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं.
उन्होंने अपने अंदर आए किसी भी तरह के बदलाव से इनकार करते हुए कहा, “मुझे नहीं लगता है कि मेरे लिए कुछ भी बदला है. लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस बार मैं एक बल्लेबाज (चेतेश्वर पुजारा) के साथ खेल रहा था. अधिकतर समय मैं निचलेक्रम के बल्लेबाजों के साथ खेलता था इसलिए उसी के हिसाब से बल्लेबाजी करता था. लेकिन जब आप एक बल्लेबाज के साथ खेलते हैं तब बात अलग होती है.”
विकेटकीपर बल्लेबाज ने मैदान पर टीम की रणनीतियों को लेकर कहा, “टीम की योजना थी कि जितनी ज्यादा देर तक बल्लेबाजी कर सकते हो करो, इसलिए टीम की योजना के अनुसार बल्लेबाजी कर रहा और रन बनते रहे.”
उन्होंने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मैंने जितने भी शतक बनाए हैं वह मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि मैंने अभी ही तो करियर की शुरुआत की है. लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि मैंने शतक के बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचा था. सिर्फ यही सोचकर बल्लेबाजी कर रहा था कि टीम को मुझसे क्या चाहिए.”