चंडीगढ़। पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी की आंतरिक कलह फिर से सामने आने लगी है। राज्य में कांग्रेस के लिए मुसीबत कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है। जिस नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त करके कांग्रेस पार्टी ने राज्य में अपने ताकतवर नेता अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाया था उन्होंने हीं अब पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का पद छोड़ दिया है। सिद्धू को कांग्रेस पार्टी ने करीब 2 महीने पहले यानि जुलाई में ही पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया था। सिद्धू ने सोनिया गांधी को लिखे अपने त्यागपत्र में लिखा है कि वे अपने चरित्र के साथ समझौता नहीं कर सकते और समझौता करने से व्यक्ति की प्रतिष्ठा खत्म हो जाती है। सिद्धू ने आगे लिखा कि वे भविष्य तथा पंजाब के हित के लिए बने एजेंडा के साथ समझौता नहीं कर सकते, इसलिए मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे रहा हूं, लेकिन कांग्रेस की निरंतर सेवा करता रहूंगा।
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नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा दलित परिवारों का अपमान: BJP
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के त्यागपत्र को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, भाजपा नेता तरुण चुग ने कहा है कि सिद्धू का इस्तीफा पंजाब में दलित परिवारों का अपमान है। उन्होंने कहा, “नवजोत सिद्धु के इस्तीफे के पीछे दलित परिवारों का अपमान है, सत्ता की भूख है ,हताशा है आपके अंदर कि कैसे एक दलित सीएम बन गया। बीजेपी के दबाव में आपने दलित सीएम बनाया पर आप उसका अपमान कर रहे हैं। दलित सीएम सरकार नहीं चला सकता क्या? दलित सीएम अपना मंत्रिमंडल तय नहीं कर सकता? पंजाब को अस्थिर मत करिए। आप बाजवा को भाई और इमरान को अपना यार कहते हो।”
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पंजाब कांग्रेस में जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण: कांग्रेस नेता अश्विनी कुमार
पंजाब कांग्रेस में छाए घमासान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अश्विनी कुमार ने बयान दिया है और इस पूरे घटनाक्रम को कांग्रेस पार्टी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा, “चुनाव सिर पर है, सिद्धू जी हाल ही में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नियुक्त किए गए थे, अब इस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति को किसी ने किसी तरह जल्द सुलझा लेना चाहिए, मेरी पूरी उम्मीद है कि जो स्थिति पैदा हुई है उसका समधान जल्द होगा, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी जल्द इस स्थिति से जूझेंगे और कोई ने कोई फैसला जल्द होगा। जो भी हो सबकी रजामंदी से हो। जो भी उसमें कांग्रेस की एकजुटता नजर आए।”
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काले कानून वापस नहीं हुए तो लाखों लोगों को लेकर दिल्ली कूच करूंगा: चन्नी
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि केंद्र सरकार अगर किसान कानून वापस नहीं लेती तो वे दिल्ली कूच करेंगे, उन्होंने कहा, “काले कानून वापस नहीं हुए तो लाखों हजारों लोगों को साथ लेकर दिल्ली की तरफ कूच करूंगा, हमारे विधायक प्रधानमंत्री साहब के दरवाजे पर जाकर बैठ जाएंगे, यह एक गंभीर मुद्दा है, पंजाब एक बॉर्डर स्टेट है, हमें जम्मू-कश्मीर न बनाया जाए, हम देशभक्त लोग है, हमने देश के लिए कुर्बानियां दी हैं, हमारे राज्य में अल्पसंख्यक ज्यादा रहते हैं इसलिए बुरी नजर न देखा जाए। देश की एकता और अखंडता के लिए हम खड़े हैं।”
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कैप्टन दिल्ली के लिए रवाना, मिल सकते हैं अमित शाह और नड्डा से
राज्य के पूर्व सीएम और कांग्रेस के नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। दिल्ली में वो भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह आज दोपहर चंडीगढ़ से दिल्ली के लिए रवाना हुए। पिछले दिनों जब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के सीएम पद से इस्तीफा दिया था, तब उन्होंने कांग्रेस पर अपमानित करने का आरोप लगाया था।
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थोड़ा धैर्य रखिए, आपके प्रश्नों का जवाब दूंगा: सुरजेवाला
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के त्यागपत्र को लेकर जब दिल्ली में कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने सभी पत्रकारों को कहा, “थोड़ा सा धैर्य रखिए, आपके प्रश्नों का जवाब दूंगा”
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मुझे जानकारी नहीं: नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर CM चरणजीत सिंह चन्नी
नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है। उनका कहना है कि वह सिद्धू से बात करेंगे। चन्नी ने कहा, “मुझे नवजोत सिंह सिद्धू साहब पर पूरा भरोसा है।”
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मैंने पहले ही कहा था कि वो एक स्थिर आदमी नहीं: कैप्टन
नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि वो एक स्थिर आदमी नहीं हैं, बॉर्डर से जुड़े पंजाब जैसे राज्य के लिए बिल्कुल फिट नहीं हैं।
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छा गए गुरु….पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से सिद्धू के इस्तीफे पर संबित पात्रा का ट्वीट
बताया जा रहा है कि पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ कई फैसलों को लेकर सिद्धू के मतभेद पैदा हो गए थे। इस बीच, बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर तंज कसा है। उन्होंने लिखा कि वो दो आए नहीं ..एक चला गया ..छा गए गुरु।
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मंत्रिमंडल में अपने लोगों को नहीं लिए जाने की वजह से नाराज थे सिद्धू
हाल में पंजाब में नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नए मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है और माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में अपने लोगों को नहीं लिए जाने की वजह से सिद्धू नाराज हो गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि सिद्धू अपने करीबी नेताओं को मंत्री बनवाना चाहते थे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है नाराजगी के चलते सिद्धू ने अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया। माना जा रहा है कि पंजाब में राणा गुरजीत सिंह को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने से भी सिद्धू नाराज चल रहे थे, इसके अलावा कैप्टन अमरिंदर सिंह की करीबी अरुणा चौधरी को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई थी, माना जा रहा है कि सिद्धू उससे भी नाराज थे।
मैं अपने चरित्र के साथ समझौता नहीं कर सकता: सिद्धू
सिद्धू ने सोनिया गांधी को लिखे अपने त्यागपत्र में लिखा है कि वे अपने चरित्र के साथ समझौता नहीं कर सकते और समझौता करने से व्यक्ति की प्रतिष्ठा खत्म हो जाती है। सिद्धू ने आगे लिखा कि वे भविष्य तथा पंजाब के हित के लिए बने एजेंडा के साथ समझौता नहीं कर सकते, इसलिए मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे रहा हूं, लेकिन कांग्रेस की निरंतर सेवा करता रहूंगा।
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विधानसभा चुनाव से पहले सिद्धू ने छोड़ा अध्यक्ष पद
पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी की आंतरिक कलह फिर से सामने आने लगी है। राज्य में कांग्रेस के लिए मुसीबत कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है। जिस नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त करके कांग्रेस पार्टी ने राज्य में अपने ताकतवर नेता अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाया था उन्होंने हीं अब पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का पद छोड़ दिया है। सिद्धू को कांग्रेस पार्टी ने करीब 2 महीने पहले यानि जुलाई में ही पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया था।